प्यार लौट आया है जिंदगी में
पूछा था तूमने ...
या कहा था
या कहा था
याद नही,
लेकिन सच , लौट तो आया है
सिरहाने रखी तस्वीर तुम्हारी
रातों को अक्सर जगाने लगी है...
आँख खुली तो देखा
लालटेन का कांच टूटा था
किनारे से,
किनारे से,
तुमने समझाया था मुझे
कांच को हाथ से न उठाना
लग सकता है हाथों में
मैं मुस्कुराई थी
और तुम,
और तुम,
झांक रहे थे मेरी आँखों में...
हाँ तभी लगा
प्यार शायद लौट आया है...
प्यार शायद लौट आया है...
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