Tuesday, March 29, 2011

प्यार

प्यार लौट आया है जिंदगी में
पूछा था तूमने ...
या कहा था
याद नही,
लेकिन सच , लौट तो आया है
सिरहाने रखी तस्वीर तुम्हारी
रातों को अक्सर जगाने लगी है...

आँख खुली तो देखा
लालटेन का कांच टूटा था
किनारे से,
तुमने समझाया था मुझे
कांच को हाथ से न उठाना
लग सकता है हाथों में
मैं मुस्कुराई थी
और तुम,
झांक रहे थे मेरी आँखों में...

हाँ तभी लगा
प्यार शायद लौट आया है...
....