तुमने सिखाया था प्यार क्या वही हैजहाँ तुम लेकर गये मैं बस चलती रही बेखबरमेरी हर तमन्नायें तुम से शुरू होकर तुम पर खत्म थीलेकिन तुम समझाते रहे नहीं ये प्यार नहीं हैआज अरसे बाद मन किया है, तुम्हें सोचकर कुछ लिखने कानसों मे कसाव आ जाता है तुम्हारा ख्याल लाकरऔर तुम कहते रहे नहीं ये प्यार नहीं है