भारत 2020
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ये रंग कब से मज़हबी होने लगे
हरा इस्लाम और नारंगी भगवा कहने
एक अज़ान सुनाई देती है ठीक ६
तुम क्यों मुँह सुनकर, उसे सिको
अज़ान ख़त्म होते ही सुनाई देता
जय जय जय बजरंग बली
आराधना तुम्हारी भी वैसे ही है
इबादत होती है जैसे उनकी
दुर्गा अष्टमी के चने हलवा, ईद
खायी है कई मर्तबा साथ मिलकर
फिर क्यों इन सब बातों पर
अब तुम यूँ उलझने लगे
ये देश पहले, ऐसा तो
ना दिखता था कभी
जैसा दिखता है मुझे अभी
फ़िज़ा में नफ़रत सी क्यों घुली
हर तरफ़ तलवार सी क्यों खिची हु
ये मेरा ही हिन्दोस्ताँ है दोस्
या कोई और ज़मीं है
राजनीति भी क्या क्या रंग दिखती
पहले पहल हिन्दू मुस्लिम अलग थे
आज हिन्दू हिन्दू को अलग बताती
विकास की बात तो कहीं गुम गयी है
हमारी बहसें किसी निष्कर्ष से
पहले ही तन गयी है
वक्त रहते हम संभल जाए
क्यों अपना और दुसरो का खून जला
#भारत #२०२० #मेरा भारत महान
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