Monday, July 04, 2022

असीम शक्ति

 तुम इस ब्रहमाण्ड में विद्यमान 

कण जैसी
ढूंढती हो रोज मुझे 
हर रात सैकड़ो करोडो 
जगमगाते सितारों के बीच 

दूरबीन तुम्हारी 
टटोलती है ठिकाना मेरा 
मैं इंतज़ार में रहता हूँ कई मर्तबा 
की कब तुम आओगी 
और खोलोगी कई राज़ मेरे 

अभी कितनी ही उम्र और लगेगी मुझे 
जगमगाता सितारा बनने को 
क्या करोगी इंतज़ार तब तक या 
छोड़ दोगी ठीक वैसे ही जैसे 
छोड़ दिया था मुझे बीते जमाने में 
मेरी तन्हाइयों के साथ 

मैं तब से अब तक धधक रहा हूँ  
कई ताबिश अपने सीने में छुपाये 
बस अब सब्र नहीं होता जल्द ये आग ख़त्म हो 
और मैं मिल जाऊं इस असीम शक्ति में। 

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